मुस्लिम भजन व मांड गायिका बतूल बेगम को भजनों की बेगम भी कहा जाता है. बतूल बेगम जयपुर की प्रसिद्ध मांड व भजन लोक गायिका हैं, जो कि राजस्थानी लोक गीतों को गाने में माहिर हैं. वे मीरासी समुदाय से आती हैं, जो कि सामाजिक और आर्थिक रूप से बेहद पिछड़ा हुआ है. लेकिन, इसके बाद भी उन्होंने अपनी जीवन यात्रा के दौरान छोटी-छोटी सभाओं से लेकर वैश्विक मंचों तक खूब नाम कमाया. बताया जाता है कि जब वे 8 साल की थीं, तब केराप के एक गांव में उन्हें भजन गायकी का शौक लगा. इसके बाद से वो इसी में रम गईं.राजस्थान की भजन ओर मांड गायिका बेगम बतूल को भारत सरकार ने पद्मश्री पुरस्कार के लिए चयनित किया है. पद्मश्री पुरस्कार विजेता बेगम बतूल नागौर के केराप गांव की रहने वाली है. बेगम बतूल ओलिंपिक और अयोध्या राममंदिर प्राण प्रतिष्ठा में भी अपनी गायिकी की प्रस्तुति दे चुकी हैं. इनको 2022 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राष्ट्रपति ने नारी शक्ति पुरस्कार भी दिया था.