कैसा होना चाहिए राज्य स्तर पर एजुकेशनल मॉडल

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गांवों से लेकर कस्बों, तहसीलों, जिलों और प्रादेशिक राजधानी में शैक्षणिक परिसर स्थापित करने का आदर्श मॉडल निम्नलिखित हो सकता है:

गांव स्तर पर

1. प्राथमिक विद्यालय: गांव में प्राथमिक विद्यालय स्थापित करना, जिसमें कक्षा 1 से 5 तक की शिक्षा प्रदान की जाए।

2. आंगनवाड़ी: गांव में आंगनवाड़ी स्थापित करना, जिसमें बच्चों को प्रारंभिक शिक्षा और पोषण संबंधी सेवाएं प्रदान की जाएं।

3. कम्युनिटी लर्निंग सेंटर: गांव में कम्युनिटी लर्निंग सेंटर स्थापित करना, जिसमें वयस्कों को शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जाएं।

कस्बा स्तर पर

1. माध्यमिक विद्यालय: कस्बे में माध्यमिक विद्यालय स्थापित करना, जिसमें कक्षा 6 से 12 तक की शिक्षा प्रदान की जाए।

2. कॉलेज: कस्बे में कॉलेज स्थापित करना, जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा प्रदान की जाए।

3. वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर: कस्बे में वोकेशनल ट्रेनिंग सेंटर स्थापित करना, जिसमें युवाओं को विभिन्न व्यवसायिक कौशलों में प्रशिक्षित किया जाए।

तहसील स्तर पर

1. डिग्री कॉलेज: तहसील में डिग्री कॉलेज स्थापित करना, जिसमें स्नातक और स्नातकोत्तर स्तर की शिक्षा प्रदान की जाए।

2. पॉलिटेक्निक: तहसील में पॉलिटेक्निक स्थापित करना, जिसमें युवाओं को विभिन्न तकनीकी कौशलों में प्रशिक्षित किया जाए।

 

3. कम्युनिटी कॉलेज: तहसील में कम्युनिटी कॉलेज स्थापित करना, जिसमें वयस्कों को शिक्षा और कौशल विकास के अवसर प्रदान किए जाएं।

जिला स्तर पर

1. विश्वविद्यालय: जिले में विश्वविद्यालय स्थापित करना, जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर की शिक्षा प्रदान की जाए।

2. इंजीनियरिंग कॉलेज: जिले में इंजीनियरिंग कॉलेज स्थापित करना, जिसमें युवाओं को विभिन्न इंजीनियरिंग कौशलों में प्रशिक्षित किया जाए।

3. मेडिकल कॉलेज: जिले में मेडिकल कॉलेज स्थापित करना, जिसमें युवाओं को चिकित्सा क्षेत्र में प्रशिक्षित किया जाए।

प्रादेशिक राजधानी स्तर पर

 

1. केंद्रीय विश्वविद्यालय: प्रादेशिक राजधानी में केंद्रीय विश्वविद्यालय स्थापित करना, जिसमें स्नातक, स्नातकोत्तर और डॉक्टरेट स्तर की शिक्षा प्रदान की जाए।

2. आईआईटी/आईआईएम: प्रादेशिक राजधानी में आईआईटी/आईआईएम स्थापित करना, जिसमें युवाओं को विभिन्न तकनीकी और प्रबंधन कौशलों का प्रबंध होना चाहिए..!

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