दिल्ली :जामिया मिल्लिया इस्लामिया ने ब्लड कैंसर के मरीजों के लिए जीन थेरेपी से इलाज में कामयाबी हासिल की है। क्लीनिकल ट्रायल में मध्यम आयु वर्ग के एक मरीज को डोज दी जा चुकी है। अभी तक वैक्सीन के सकारात्मक नतीजे देखने को मिले हैं। इलाज के बाद मरीज कैंसर मुक्त होने का दावा भी किया गया है। वहीं, वैक्सीन का कोई दुष्प्रभाव भी सामने नहीं आया है।
शोधकर्ताओं के मुताबिक, जिस मरीज को करीब तीन महीने पहले वैक्सीन की डोज दी गई, वह कैंसर के चौथे चरण में था। एक को ठीक करने के बाद अब वैक्सीन का सात अन्य मरीजों पर ट्रायल जारी है।
जामिया के मल्टी डिसिप्लिनरी सेंटर फॉर एडवांस्ड रिसर्च एंड स्टडीज (एमसीएआरएस) के इस शोध को फरवरी 2025 में इंटरनेशनल जर्नल सेल रिपोर्ट मेडिसिन ने स्वीकार कर लिया है। वैक्सीन के पेटेंट के लिए आवेदन किया जा चुका है। शोधकर्ताओं का दावा है कि ब्लड कैंसर के मरीजों के लिए यह वैक्सीन किफायती दरों पर भविष्य में उपलब्ध होगी।
डॉ. तनवीर अहमद के नेतृत्व में वैक्सीन हुई तैयार
एमसीएआरएस में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. तनवीर अहमद के नेतृत्व में यह वैक्सीन आठ-दस शोधकर्ताओं ने तैयार की।