लंदन के बेथनल ग्रीन की हलचल भरी सड़कों पर, जहां ब्रिटिश इतिहास और बहुसांस्कृतिक जीवंतता का मेल होता है, एक पुराना बैंक भवन नई जिंदगी पा रहा है। जी हां, 465 बेथनल ग्रीन रोड पर खड़ा यह भव्य HSBC बैंक का पूर्व भवन अब तारिक हलाल मीट्स की नई शाखा बन चुका है। 3 दिसंबर बुधवार को हुए भव्य उद्घाटन ने न सिर्फ स्थानीय निवासियों को आकर्षित किया, बल्कि एक लंबी विरासत को नई पीढ़ी के हाथों सौंपने की कहानी भी बयां की। यह सिर्फ एक हलाल गोश्त दुकान का उद्घाटन नहीं है, यह हलाल मीट की दुनिया में विश्वास, ताजगी और परंपरा का एक जीवंत प्रतीक भी है।
कल्पना कीजिए, 1965 का वह दौर, जब तारिक शेख अपने पिता के साथ ब्रिटेन की ठंडी सर्दियों में एक छोटी-सी दुकान खोलते हैं। उस समय हलाल मीट एक दुर्लभ वस्तु थी, मुस्लिम समुदाय के लिए धार्मिक अनुष्ठानों का हिस्सा, लेकिन बाजार में उपलब्धता सीमित। तारिक हलाल मीट्स ने उसी कमी को अवसर में बदल दिया। आज, 60 साल बाद, यह ब्रांड न सिर्फ ब्रिटेन में एक नाम है, बल्कि संयुक्त अरब अमीरात तक फैल चुका है। वैश्विक फ्रैंचाइजी के रूप में, यह 100% हलाल-प्रमाणित मीट की गारंटी देता है, हर टुकड़े की ट्रेसिबिलिटी से लेकर ताजगी तक। लेकिन बेथनल ग्रीन की यह नई शाखा खास क्यों है? क्योंकि यह पूर्वी लंदन के विविध समुदाय को सीधे जोड़ती है, जहां बांग्लादेशी, पाकिस्तानी और अन्य दक्षिण एशियाई परिवारों की संख्या लाखों में है।
दुकान के अंदर कदम रखते ही एक अलग ही दुनिया नजर आती है। आधुनिक काउंटरों पर चमचमाते स्टेनलेस स्टील के स्लैब, जहां भेड़ का मीट, प्रीमियम गोमांस, ताजा चिकन और मैरिनेटेड रेडी-टू-कुक आइटम सजे हैं। यह कोई साधारण मांस की दुकान नहीं लगती, बल्कि एक प्रीमियम डेली काउंटर, जहां ग्राहक न सिर्फ खरीदते हैं, बल्कि सलाह भी लेते हैं। उद्घाटन से पहले 70% सेटअप तैयार था, और अब यह पूरी तरह से चालू है। सुबह 10 बजे खुलने वाली यह दुकान रात तक ग्राहकों की भीड़ देख रही है। पहले 100 ग्राहकों को मुफ्त उपहार मिले, जिसने उद्घाटन को उत्सव जैसा बना दिया।
इस नई शाखा के पीछे दो भाइयों की मेहनत है, शेख हुसैन और जायद हुसैन। शेख हुसैन संचालन संभाल रहे हैं, जबकि जायद ब्रांड की रूह हैं। अक्टूबर में, जब निर्माण कार्य जोरों पर था, जायद ने उत्साह से कहा था, “हम बेथनल ग्रीन को तारिक हलाल की जादुई दुनिया ला रहे हैं। यह साफ-सुथरा, ग्राहक-अनुकूल स्थान होगा, जहां रोजमर्रा का खाना हो या ईद का जश्न, हर मीट खास हाथों से तैयार होगा।” उनके शब्दों में सच्चाई झलकती है। जायद बताते हैं कि तारिक हलाल की सफलता का राज है ‘ट्रस्ट’ , ग्राहक जानते हैं कि हर उत्पाद हलाल सर्टिफाइड है, और स्रोत से लेकर स्टोर तक की पूरी कहानी पता की जा सकती है।
लेकिन यह कहानी सिर्फ मीट की नहीं है। यह स्थानीय समुदाय की भी है। बेथनल ग्रीन, जो लंदन के सबसे खास इलाकों में से एक है, यहां पारंपरिक बाजारों की कमी महसूस हो रही थी। 45 वर्षीय स्थानीय निवासी फातिमा खान कहती हैं, “पहले हमें दूर-दराज के बाजारों में जाना पड़ता था। अब घर के पास ही प्रीमियम हलाल मीट मिलेगा, यह परिवार के लिए वरदान है।” इसी तरह, 28 वर्षीय युवा कारोबारी अली रजा का कहना है, “तारिक हलाल न सिर्फ खाना देता है, बल्कि सांस्कृतिक जुड़ाव भी। यूएई में इसका विस्तार देखकर लगता है, यह ब्रांड हमारी पहचान का हिस्सा बन रहा है।”
तारिक हलाल मीट्स का सफर चुनौतियों भरा रहा है। 1960 के दशक में आप्रवासियों के लिए ब्रिटेन में हलाल मीट की मांग को समझना आसान नहीं था। लेकिन तारिक शेख की दृढ़ता ने इसे राष्ट्रीय ब्रांड बना दिया। आज, जब पूर्व HSBC भवन जैसे ऐतिहासिक स्थानों को नया रूप दिया जा रहा है, तारिक हलाल उस परंपरा को आगे बढ़ा रहा है। बैंक का पुराना भवन, जो कभी वित्तीय लेन-देन का केंद्र था, अब परिवारों के पोषण का स्रोत बन गया है।
अगर आप ईस्ट लंदन में हैं, तो इस नई शाखा का दौरा जरूर करें। न सिर्फ ताजा मीट के लिए, बल्कि एक ऐसी विरासत को छूने के लिए जो पीढ़ियों को जोड़ती है। क्या पता, अगली ईद पर आपका मेन्यू भी इसी दुकान से सज जाए!
~क़ौमी फरमान डिजिटल मीडिया नेटवर्क

