(रईस खान)
मुर्शिदाबाद के बेलडंगा इलाके में छह दिसंबर को हुमायूं कबीर ने एक नई मस्जिद की नींव रखी। तारीख वही जो बाबरी मस्जिद विध्वंस की सालगिरह मानी जाती है। कार्यक्रम में हजारों समर्थक सिर पर ईंटें लादकर पहुंचे।
कबीर ने इस प्रोजेक्ट का बजट तीन सौ करोड़ रुपये बताया और कहा कि यह संविधान के तहत वैध है। मस्जिद पच्चीस बीघा में बनेगी और इसके साथ इस्लामी अस्पताल रेस्ट हाउस होटल रेस्टोरेंट हेलीपैड पार्क और मेडिकल कॉलेज की योजना है। इलाके में तनाव फैलने लगा और हिंदू समुदाय में चिंता का माहौल दिखा।
हुमायूं कबीर पहले टीएमसी विधायक रह चुके हैं और उन पर हिंदू विरोधी बयान देने के आरोप भी लगे। हाल ही में टीएमसी ने उन्हें सस्पेंड किया था लेकिन कबीर ने इसे महत्वहीन बताया और कहा कि यह उनकी प्रतिष्ठा की लड़ाई है। वे बाइस दिसंबर को नई पार्टी लॉन्च करने की बात कर रहे हैं।
टीएमसी का आरोप है कि कबीर बीजेपी का एजेंट बन गए हैं और 2026 चुनाव से पहले सांप्रदायिक आग भड़काकर राजनीतिक फायदा दिलाने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर बीजेपी इसे टीएमसी की वोट बैंक राजनीति और हिंदू भावनाओं पर हमला बता रही है।
केंद्रीय नेता सुकांत मजुमदार ने इसे हिंदुओं के लिए खुली धमकी कहा। कुछ रिपोर्टों में सऊदी काजियों की मौजूदगी का उल्लेख भी सामने आया है जिससे विवाद और गहरा गया। मुर्शिदाबाद पहले ही संवेदनशील जिला माना जाता है और यह घटना बंगाल की सांप्रदायिक सियासत को और उग्र करती दिख रही है।

