पहला आधुनिक अस्पताल और रिसर्च सेंटर 805 में ख़लीफ़ा हारून अल रशीद ने बग़दाद में बनवाया था। इस्लामी तारीख में अस्पताल का ज़िक्र सबसे पहले हज़रत मुहम्मद ﷺ से मिलता है आपने ग़ज़वा ए खंदक में घायलों के लिए अस्पताल बनाने का हुक़्म दिया था। जिसे आगे चलकर अल वलीद ने 705 में पब्लिक अस्पताल बनवाया था। लेकिन उस वक़्त अस्पताल उतने आधुनिक नही थे और न ही मेडिकल पढ़ाई की व्यवस्था थी।
ख़लीफ़ा हारून अल रशीद ने आधुनिक अस्पताल के साथ मेडिकल रिसर्च सेंटर बनवाये जिसमें स्टूडेंट्स को पढाई के बाद डिप्लोमा तक दिया जाता था। 8वीं सदी के चेचक और खसरा जैसी वायरल बीमारी पर शोध करने वाले दुनिया के पहले चिकित्सक मुहम्मद इब्न ज़कारिया अल-रज़ी जी ने हारुन अल रशीद के इसी कॉलेज से पढ़ाई की थी।
उस ज़माने में उनके अस्पताल में हर मरीज़ का मुफ्त इलाज किया जाता था चाहे अमीर हो या गरीब, शहरी हो या गैर शहरी, मुस्लिम हो या गैर मुस्लिम। नाज़ुक हाल मरीजों के लाने ले जाने के लिए एम्बुलेंस की तरह ऊंट की व्यवस्था थी। चेचक जैसी वायरल बीमारी में लोगो के आने जाने पर मनाही थी। मरीज़ तबतक अस्पताल में रखा जाता था जबतक पूरी तरह सही ना हो जाए।