आसीवन की सूफी विरासत से निकला सियासत का सितारा : शुजाउर्रहमान सफ़वी

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   (रईस खान)

उन्नाव के आसीवन की सरज़मीं अपनी सूफी परंपरा और गंगा-जमुनी तहज़ीब के लिए जानी जाती है। इसी परंपरा से ताल्लुक रखने वाला सफ़वी परिवार पीढ़ियों से न सिर्फ़ इंसानियत और मोहब्बत का पैग़ाम देता आया है, बल्कि सियासत और समाज सेवा में भी अपनी अलग पहचान रखता है। इस घराने की नई कड़ी के रूप में समाजवादी पार्टी के नेता शुजाउर्रहमान सफ़वी, जिन्हें लोग मोहब्बत से शूजा भाई कहते हैं, आज उत्तर प्रदेश की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम बन चुके हैं।

गुदड़ी शाह बाबा की रहमत से रोशन सफ़वी घराना

सफ़वी परिवार पर गुदड़ी शाह बाबा की ख़ास रहमत मानी जाती है। यही वजह है कि यह परिवार हमेशा इंसानियत, भाईचारे और खिदमत को अपने जीवन का आधार मानता आया है। आसीवन के लोग कहते हैं कि इस घराने की पहचान ही मोहब्बत और इंसानियत है।

परिवार का सियासी सफ़र

इस परिवार की सियासी जड़ें गहरी और मज़बूत हैं। शुजा भाई के वालिद पुत्तन मियां (मुतीउर्रहमान) बांगरमऊ विधानसभा चुनाव लड़ चुके हैं। उनके चचा वजीउर्रहमान का तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी से गहरा रिश्ता था। मौजूदा वक्त में बेटा फरहान और अहलिया दीबा सफ़वी उन्नाव ज़िला पंचायत की सदस्य हैं। यानी यह परिवार पीढ़ियों से समाज और राजनीति दोनों में सक्रिय भूमिका निभाता आ रहा है।

सियासत में शूजा भाई का कद

समाजवादी पार्टी के सक्रिय नेता शुजाउर्रहमान सफ़वी राज्य स्तर की राजनीति में अपनी मौजूदगी दर्ज करा चुके हैं। वे अपने मज़बूत सियासी और समाजी ताल्लुकात के लिए जाने जाते हैं। शूजा भाई की सबसे बड़ी ताक़त उनका मिलनसार स्वभाव है। वे हर वर्ग और हर तबके के लोगों से गहरे रिश्ते रखते हैं। यही कारण है कि जनता उन्हें एक भरोसेमंद और जमीनी नेता मानती है।

समाज और सियासत का सेतु

राजनीति की भाग-दौड़ में भी शूजा भाई ने हमेशा अपने समाज और इलाक़े के मुद्दों को तरजीह दी। गरीब हो या अमीर, हिन्दू हो या मुसलमान—हर किसी के लिए उनके दरवाज़े खुले रहते हैं। यही वजह है कि उन्हें केवल एक सियासी शख्सियत नहीं, बल्कि एक समाजसेवी नेता के रूप में भी देखा जाता है।

भविष्य की राजनीति में अहम भूमिका

आसीवन का सफ़वी घराना आने वाले समय में भी उन्नाव की राजनीति में अहम भूमिका निभा सकता है। सूफी परंपरा की विरासत और जनता से गहरे रिश्तों की बदौलत शुजाउर्रहमान सफ़वी का नाम तेजी से चमक रहा है। जानकारों का कहना है कि यदि यही रफ़्तार रही तो शूजा भाई राज्य की राजनीति में और भी बड़ा मुक़ाम हासिल कर सकते हैं।

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