सहारनपुर में एक दुकान को देखकर आया आइडिया
धीरज बताते हैं, यह आइडिया सहारनपुर में एक दुकान को देखकर आया। वहीं से बारीकियां सीखने के बाद काम शुरू किया। इसका डिजाइन मिट्टी के कुल्हड़ व आइसक्रीम कोन की तरह है। मक्के का फ्लेवर्ड कुल्हड़ बनाने में आठ रुपये की लागत आती है। इसी कारण 20 रुपये में इसे बेच रहे हैं।वाराणसी के धीरज सिंह ने महाकुंभ में मक्के के आटे से ऐसा कुल्हड़ बनाया है, जिसे चाय पीने के बाद आप इसे खा सकते हैं। कुल्हड़ के फ्लेवर भी खूब हैं…चॉकलेट, स्ट्रॉबेरी व इलायची। इनकी दुकान पर लिखा भी है, ‘20 रुपये में चाय पीजिए और कुल्हड़ खा जाइए’।मेला क्षेत्र में इनकी दुकान पर सुबह से शाम तक ग्राहक आते-जाते रहते हैं। कई लोग इनके बोर्ड को देखकर चौंकते भी हैं। चाय पीने आए सुशील इसका टेस्ट स्वादिष्ट बताते हैं। कहते हैं, यह चाय तो अच्छी बनाते ही हैं, चाकलेट फ्लेवर का कुल्हड़ खाकर भी मजा आया।दूसरे प्रशंसक सुरेंद्र कहते हैं, मैंने इलायची फ्लेवर वाला कुल्हड़ लिया। एकदम आनंद आ गया खाकर। धीरज के मुताबिक रोजाना 10 पेटी कुल्हड़ मंगाते हैं। इतने ही रोज खत्म हो जाते हैं। लोग कुल्हड़ जहां-तहां फेंकते नहीं हैं, इससे मेले में गंदगी भी नहीं होती।