इंटीग्रल हॉस्पिटल में एक दिन के नवजात शिशु की दुर्लभ न्यूरोलॉजिकल स्थिति की सफल सर्जरी

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लंबोसैक्रल मायलोमेनिनगोसील (LS-MMC) का सस्ता और प्रभावी इलाज, बच्चा स्वस्थ और सक्रिय

लखनऊ स्थित इंटीग्रल हॉस्पिटल में चिकित्सा क्षेत्र की एक महत्वपूर्ण उपलब्धि दर्ज की गई है, जहाँ एक दिन के नवजात शिशु का लंबोसैक्रल मायलोमेनिनगोसील (LS-MMC) जैसी दुर्लभ और जटिल जन्मजात स्थिति की सर्जरी सफलता पूर्वक की गई। यह ऑपरेशन न्यूनतम लागत पर अस्पताल की विशेषज्ञ चिकित्सकीय टीम द्वारा किया गया, जो इंटीग्रल हॉस्पिटल की किफायती और गुणवत्तापूर्ण सेवा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

जन्म के तुरंत बाद सामने आई गंभीर स्थिति

यह शिशु अस्पताल की वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. सुरैया की निगरानी में जन्मा। जन्म के तुरन्त बाद शिशु की पीठ के निचले हिस्से में असामान्य न्यूरोलॉजिकल विकृति देखी गई। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए शिशु को तत्क्षण पीडियाट्रिक मेडिसिन विभाग के नवजात गहन चिकित्सा कक्ष (NICU) में भर्ती किया गया।

सघन जांच एवं निदान

वरिष्ठ पीडियाट्रिक सर्जन डॉ. रजत कुमार सिंह के नेतृत्व में शिशु की पूरी चिकित्सकीय जांच की गई, जिसमें रक्त परीक्षण तथा ब्रेन एवं स्पाइन की एमआरआई (MRI) शामिल थी। रिपोर्ट में LS-MMC की पुष्टि हुई — एक ऐसी स्थिति जिसमें दिमाग की नसें रीढ़ की हड्डी से बाहर निकल आती हैं, जिससे मस्तिष्क में संक्रमण का खतरा होता है।

जटिल सर्जरी की चुनौती और निष्पादन

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए सर्जरी की तुरंत योजना बनाई गई। एनेस्थीसिया विशेषज्ञ डॉ. कपिल और डॉ. साहिम की देखरेख में डॉ रजत कुमार सिंह द्वारा LS-MMC एक्सिसन और ड्यूरा रिपेयर जैसी जटिल सर्जरी को पूरी सावधानी से अंजाम दिया गया। यह सर्जरी अत्यंत संवेदनशील होती है, जिसमें नसों को बिना क्षति पहुँचाए उपचार किया जाता है।

कम लागत में उच्च गुणवत्ता

यह संपूर्ण ऑपरेशन केवल 15,000 रूपये की सीमित लागत में सफलतापूर्वक किया गया, जो सामान्यतः निजी अस्पतालों में अत्यधिक खर्चीला होता है। यह इंटीग्रल हॉस्पिटल की सेवा भावना और समाज के कमजोर वर्गों के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

ऑपरेशन के बाद स्वास्थ्य में तीव्र सुधार

ऑपरेशन के 24 घंटे के भीतर बच्चा माँ का दूध पीने लगा और उसके दोनों पैर सामान्य रूप से कार्य करने लगे, जो न्यूरोलॉजिकल रिकवरी का स्पष्ट संकेत है। शिशु अब पूरी तरह स्थिर है और चिकित्सकीय निगरानी में है।

क्या है LS-MMC?

LS-MMC (लंबोसैक्रल मायलोमेनिनगोसील) एक जन्मजात न्यूरल ट्यूब डिफेक्ट है, जिसमें भ्रूण के विकास के दौरान रीढ़ की हड्डी पूरी तरह से बंद नहीं हो पाती और उससे दिमाग की नसें रीढ़ की हड्डी से बाहर निकल आती हैं। इससे नवजात शिशु के दोनों पैरों में सूजन आ सकती है एवं मस्तिष्क में संक्रमण का ख़तरा भी बढ़ जाता है। यदि समय रहते इलाज न हो, तो यह स्थिति जानलेवा भी हो सकती है।

इंटीग्रल हॉस्पिटल की दृष्टि

इंटीग्रल हॉस्पिटल लगातार यह सिद्ध कर रहा है कि समर्पित प्रयासों और सुव्यवस्थित संसाधनों के माध्यम से भी विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं संभव हैं। इस सर्जरी की सफलता चिकित्सा टीम की प्रतिबद्धता और समाज के प्रति समर्पण का प्रत्यक्ष प्रमाण है।

मीडिया संपर्क हेतु:

आउटरीच प्रोग्राम कोऑर्डिनेटर

इंटीग्रल हॉस्पिटल, इंटीग्रल मेडिकल कॉलेज, इंटीग्रल यूनिवर्सिटी

कुर्सी रोड, लखनऊ – 226026

📞 +91-9236392998

📧 infoiimsr@iul.ac.in

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