(नूर मोहम्मद खान)
महाराष्ट्र के ठाणे जिले में स्थित मुंब्रा शहर से सटा शील गाँव, दिवा प्रभाग समिति के एवी के कंपाउंड में उच्च न्यायालय के आदेशों के अनुसार गैरकानूनी 19 से अधिक इमारतों को जमीनदोज कर दिया गया। देखा जाए तो सैकड़ों परिवार भ्रष्टाचार का शिकार होकर बेघर हो गए।
पिछले दिनों ठाणे नगर पालिका ने विध्वंसात्मक कार्रवाई पूरी की।
सूत्रों के अनुसार, एवी के कंपाउंड की करीब 5 एकड़ से अधिक जमीन पर 19 से अधिक इमारतें बनाई गई थीं और बताया जाता है कि जमीन विवादित थी, जिसका इल्म जनता को नहीं था, और जनता ने बिना जांच-पड़ताल के फ्लैट खरीदना शुरू कर दिया। हालांकि, मुंबई उच्च न्यायालय ने भी अपने फैसले में कहा है कि एक तरफ जहां विवादित जमीन है, वहीं उक्त जमीन पर अवैध निर्माण भी है, इसलिए नगर पालिका को तुरंत विध्वंसात्मक कार्रवाई करने का आदेश दिया गया था। विध्वंसात्मक कार्रवाई के दौरान निवासियों ने जोरदार विरोध भी किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। यहां तक कि बारिश के मौसम में पुलिसकर्मियों ने घरों से सामान निकालकर बाहर फेंक दिया। बताया जाता है कि कलवा मुंब्रा शहर के विधायक जितेंद्र अव्हाड से मदद की गुहार लगाई गई थी और मीडिया में मुंब्रा का नाम आ रहा था, जिस पर जितेंद्र अव्हाड ने स्पष्ट किया कि यह मेरा क्षेत्र नहीं है, वह क्षेत्र कल्याण ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में आता है। सूत्रों के अनुसार, अधिकांश निवासियों को डेवलपर्स ने फ्लैट की कीमत वापस नहीं की है। इस संदर्भ में नगर पालिका के अधिकारियों से और जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की गई, लेकिन संपर्क न होने के कारण जानकारी हासिल नहीं हो सकी।