नए साल के इसी महीने में मुंबई हाजी मलंग के लिए ट्रेनें शुरू होने की उम्मीद

Date:

                मलंगगढ़ पहाड़ी पर एक दरगाह है, जहां देश भर से पर्यटक आते हैं

मुंबई के ठाणे जिले में हाजी मलंग पहाड़ी पर बन रही फनीकुलर ट्रेन नए साल के पहले महीने में शुरू होने की उम्मीद है। सरकारी अधिकारियों ने बताया कि लोक निर्माण विभाग 25 या 26 जनवरी को इस सेवा को शुरू करने की योजना बना रहा है।

पिछले 11 वर्षों से हाजी मलंग पर निर्माणाधीन फनिक्युलर ट्रेन अब पूरी हो गई है, तथा इसका परीक्षण और सुरक्षा उपाय कार्य भी पूरा हो गया है।
मलंगगढ़ पहाड़ी पर एक दरगाह है, जहां देश भर से पर्यटक आते हैं। यह पहाड़ी ठाणे, मुंबई और नवी मुंबई के प्रकृति प्रेमियों के बीच भी लोकप्रिय है।
फनिक्युलर ट्रेन के शुरू होने से पहाड़ी तक 2,600 सीढ़ियां चढ़ने में लगने वाला समय वर्तमान के 2 घंटे से घटकर 10 मिनट रह जाएगा, जिससे वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगों और बच्चों को काफी राहत मिलेगी।

एक अधिकारी ने बताया कि एक समय में इस मार्ग पर दो फनिक्युलर ट्रेनें चलेंगी और प्रत्येक में दो डिब्बे होंगे तथा 120 यात्रियों की क्षमता होगी।
ठाणे डिवीजन के एक वरिष्ठ पीडब्ल्यूडी अधिकारी ने बताया कि कार्य पूरा हो चुका है और सुरक्षा उपायों सहित सभी परीक्षण पूरे हो चुके हैं और हमने नए साल में 25 या 26 जनवरी को इसका उद्घाटन करने की योजना बनाई है।
इस सेवा को चलाने और बनाए रखने के लिए करीब 70 कर्मचारी हैं। परियोजना के हिस्से के रूप में, मलंगगढ़ पहाड़ी के हिस्से को काटकर 1.2 किमी लंबा दो-तरफ़ा ट्रैक बनाया गया।

इसकी आधारशिला फरवरी 2013 में रखी गई थी और लोक निर्माण विभाग ने एक निजी ठेकेदार के माध्यम से अक्टूबर 2013 में काम शुरू कर दिया था। इस परियोजना की प्रारंभिक समय-सीमा मार्च 2015 तथा लागत 93 करोड़ रुपये थी, लेकिन तकनीकी समस्याओं तथा कठिन भूभाग के कारण इसे कई बार स्थगित किया गया। मलंगगढ़ में सैकड़ों लोग रहते हैं, जो गेस्ट हाउस और रेस्तरां चलाते हैं और आने वाले श्रद्धालुओं को फूल और मालाएं बेचते हैं।

श्रद्धालुओं और पर्यटकों के अलावा, यह सेवा उन सैकड़ों लोगों की कठिनाइयों को कम करेगी जो पहाड़ी पर रहते हैं और काम करते हैं तथा वर्तमान में सामान खरीदने के लिए शहर आने में कठिनाई का सामना करते हैं।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Share post:

Subscribe

spot_imgspot_img

पॉपुलर

और देखे
और देखे

दुनिया के 35 देश ईरान की Biotechnological दवाओं का प्रयोग कर रहे हैं

ईरान की Biotechnological दवाओं को बनाने और उत्पादन करने...

कुंभ की त्रासदी और संघ की भूमिका

  (मोहम्मद जाहिद) अखाड़ों से लेकर बाबाओं के आश्रम तक श्रद्धालुओं...