(रईस खान)
बिजनौर की अज़ीम और होनहार बेटी फ़ाज़िला सरताज ने अपने इलाक़े और मुल्क का नाम रौशन कर दिया है। क़ाज़ीपाड़ा, कलीम कॉलोनी की रहनुमा फ़ाज़िला को अमेरिका की नामवर और प्रतिष्ठित बिंगहैमटन यूनिवर्सिटी में रसायन विज्ञान (Chemistry) के शोबा-ए-तहक़ीक़ (शोध कार्य) के लिए चुना गया है। इसके साथ ही उन्हें असिस्टेंट प्रोफ़ेसर की ज़िम्मेदारी भी अदा करने का मौका मिला है।
फ़ाज़िला ने अपनी तालीम की शुरुआत दयावती धर्मवीरा पब्लिक स्कूल, बिजनौर से की और फिर अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी (AMU) से बी.एस.सी. और एम.एस.सी. (ऑनर्स) की डिग्रियाँ हासिल कीं। उनकी यह कामयाबी ना सिर्फ़ उनकी मेहनत और लगन का नतीजा है, बल्कि वालिदैन की दुआओं और असातिज़ा (शिक्षकों) की रहनुमाई की बेहतरीन मिसाल भी है।
फ़ाज़िला सरताज की यह बुलंदी बिजनौर की बेटियों और नौजवान नसल के लिए एक मिसाली रोशनी है। उन्होंने पैग़ाम दिया:
“अगर मंज़िल का ताय्युन (लक्ष्य निर्धारण) वाज़ेह हो और इरादे बुलंद हों, तो कोई भी ख़्वाब अधूरा नहीं रहता।