कुरैशी समुदाय के साथ हो रहे उत्पीड़न को रोके सरकार
मुंबई(शिब्ली रामपुरी) मुंबई में कुरैशी समाज के लोगों ने एक प्रेस वार्ता के माध्यम से एकजुट होकर सरकार से मांग की है कि उन पर हो रहे अत्याचार उत्पीड़न को रोका जाए.
मुंबई फेडरेशन ऑफ महाराष्ट्र मुस्लिम्स (FMM) ने गोरक्षा के नाम पर कुरैशी समुदाय और पशु परिवहन करने वाले किसानों पर हो रही बढ़ती हिंसा और गैरकानूनी गतिविधियों को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की है।इस संबंध में समाज के लोग उपमुख्यमंत्री अजित पवार को एक ज्ञापन देकर सरकार से संविधानिक अधिकारों की रक्षा और आर्थिक न्याय सुनिश्चित करने के लिए त्वरित कार्रवाई की मांग करेंगे. मीडिया से बातचीत करते हुए मौलाना महमूद दरियाबादी.जहीर अब्बास रिजवी. फरीद शेख. शाकिर शेख आदि ने प्रेस वार्ता में अपने विचार व्यक्त किए और कुरैशी समाज के साथ हो रहे अत्याचार को रोकने के लिए सरकार से ठोस कदम उठाने की मांग की.
प्रेस वार्ता में कहा गया कि कुरैशी समुदाय पारंपरिक रूप से मांस व्यापार से जुड़ा हुआ है और महाराष्ट्र की कृषि आधारित अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आज इस समुदाय पर स्वयंभू गोरक्षक समूहों द्वारा हमले किए जा रहे हैं। ये गैरकानूनी गुट व्यापारियों और भैंसों के वैध परिवहन में लगे किसानों को डराकर, जबरन वसूली कर, झूठी पुलिस शिकायतें दर्ज कराकर, वैध रूप से संचालित वाहनों को जब्त कर, और कई बार शारीरिक हमला करके परेशान कर रहे हैं। यह सब तब हो रहा है जबकि ऐसी परिवहन गतिविधियाँ मोटर वाहन अधिनियम, 1976 (संशोधित 2015) के अंतर्गत पूरी तरह वैध हैं।