(शिबली रामपुरी)
समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव एमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी से गठबंधन नहीं करते हैं और दूसरी तरफ आजम खान ने अभी हाल ही में एक इंटरव्यू में असदुद्दीन ओवैसी की जमकर तारीफ की है. इसके बाद काफी कुछ अंदरूनी तौर पर कहा और समझा जा रहा है लेकिन आजम खान ने यह भी साफ कर दिया है कि वह सपा में ही रहेंगे तो ऐसे में समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आज़म खान ने असदुद्दीन ओवैसी की तारीफ क्यों की है?
यह वह सवाल है जिसका जवाब आज की सियासत में तलाश किया जा रहा है. दरअसल एक टीवी पत्रकार ने आजम खान से सवाल किया कि असदुद्दीन ओवैसी बीजेपी की बी टीम हैं क्या वह भाजपा के लिए काम करते हैं तो इस पर आजम खान ने तुरंत जवाब दिया कि यह इल्जाम बेबुनियाद है असदुद्दीन ओवैसी बहुत पढ़े-लिखे इंसान हैं एक काबिल लीडर है और उनकी बड़ी पार्टी हैं इसके कई विधायक हैं और खुद उस पार्टी से ओवैसी सांसद हैं.
आगामी 2027 में उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होना है तो जाहिर सी बात है कि समाजवादी पार्टी आजम खान के बहाने मुस्लिम वोटर्स पर एक बार फिर से डोरे डालने की कोशिश करेगी हालांकि यहां यह बात भी लिखनी जरूरी है कि आजम खान के बगैर 2024 के लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी ने कांग्रेस के साथ मिलकर शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन इस बात को भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है कि आजम खान के जेल से जमानत पर बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी को उनसे फायदा ही होना है. ऐसे समय में आजम खान द्वारा असदुद्दीन ओवैसी की शान में तारीफों के पुल बांधना काफी कुछ इशारा देता है हालांकि खुले तौर पर तो कुछ नहीं कहा जा सकता लेकिन आजम खान बहुत ही सुलझे हुए लीडर हैं और उन्होंने बगैर किसी बात के ओवैसी की तारीफ नहीं की है. वैसे पॉलिटिक्स में मशहूर कहावत भी है कि यहां कभी भी किसी भी संभावना से कोई इनकार नहीं किया जा सकता.