(रईस खान)
देश की जानी-मानी इन्वेस्टिगेटिव पत्रकारिता संस्था कोबरापोस्ट ने आज एक प्रेस कॉन्फ़्रेंस में एक बड़े कॉरपोरेट वित्तीय घोटाले का पर्दाफाश करने का दावा किया है। संस्था ने इसे नाम दिया है, “ द लेजर आफ लाइज ”, और बताया कि यह घोटाला लगभग ₹41,000 करोड़ का है।
यह प्रेस कॉन्फ़्रेंस प्रेस क्लब ऑफ़ इंडिया, रायसीना रोड, नई दिल्ली में आयोजित की गई, जिसकी अध्यक्षता कोबरापोस्ट के संस्थापक-संपादक अनुरुद्ध बहल ने की। कार्यक्रम में जाने-माने पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता प्रशांत भूषण, परांजय गुहा ठाकुरता, अभिनंदन सेखरी, और उशिनोर मजूमदार जैसे विशेषज्ञ भी शामिल रहे।
कोबरापोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, एक बड़े कॉर्पोरेट समूह ने
₹28,874 करोड़ की राशि को विभिन्न कंपनियों और खातों के माध्यम से धोखाधड़ीपूर्ण तरीके से डायवर्ट किया।
साथ ही, US$ 1.5 बिलियन (लगभग ₹12,500 करोड़) से अधिक राशि संदिग्ध माध्यमों से भारत में लाई गई।
रिपोर्ट में दावा किया गया कि ये सभी लेन-देन जटिल अकाउंटिंग और शेल कंपनियों के ज़रिए किए गए, जिससे कर चोरी, मनी लॉन्ड्रिंग और निवेशकों को भ्रमित करने की आशंका है।
कोबरापोस्ट का कहना है कि उसने यह खुलासा महीनों की गोपनीय डॉक्युमेंटेशन, बैंक रिकॉर्ड, ईमेल ट्रेल्स और इंटरनल ऑडिट रिपोर्ट्स के विश्लेषण के बाद किया है।

