पटना :बिहार से दो तस्वीरें सामने आईं जो तेजस्वी यादव की टेंशन बढ़ाने वाली हैं। दो विधानसभा क्षेत्रों में महागठबंधन के उम्मीदवारों को मुस्लिम समाज के वोटरों ने दौड़ा लिया।पहली घटना कटिहार के बलरामपुर विधानसभा सीट की है। इस सीट पर CPI-ML के महबूब आलम चुनाव मैदान में हैं। पिछले चुनाव में भी महबूब आलम ही जीते थे। आज कटिहार से कांग्रेस सांसद तारिक अनवर महबूब आलम के साथ कैंपेन करने पहुंचे तो इलाके के लोगों ने उनके खिलाफ जमकर नारेबाजी शुरू कर दी। लोगों ने महागठबंधन के नेताओं से कहा कि लोग उन्हें तीस साल से वोट दे रहे हैं, फिर भी इलाके में विकास का कोई काम नहीं हुआ। एक सड़क तक नहीं बनी, तो अब उन्हें वोट क्यों दें।महबूब आलम और तारिक अनवर ने लोगों को समझाने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि बीस साल से बिहार में NDA की सरकार है, तो वे क्या कर सकते हैं। इस पर लोगों ने कहा कि जब वे कुछ कर ही नहीं सकते तो उन्हें वोट देना भी बेकार है। जब महबूब आलम ने कहा कि उन्होंने गली-गली सड़कें बनवाई हैं तो मतदाताओं ने पूछा कि वे सड़कें कहां बनीं हैं, नाम बताइए। जनता ने जो सवाल किए, उनका जवाब तारिक अनवर और महबूब आलम के पास नहीं था। इसलिए उन्हें वहां से भागना पड़ा और दोनों नेता चुपचाप वहां से निकल गए।इसी तरह का नजारा सीतामढ़ी जिले की बाजपट्टी विधानसभा सीट में दिखा। बाजपट्टी से RJD के सिटिंग MLA मुकेश कुमार यादव को लोगों की गालियां सुननी पड़ी। वोट मांगने पहुंचे मुकेश यादव गाड़ी में थे। वह लोगों से मिलने के लिए गाड़ी से नीचे उतरते इससे पहले ही लोकल मुसलमानों ने मुकेश यादव के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। गाड़ी में बैठे विधायक के सहयोगी नाराज जनता को मनाने आए, लेकिन उन्हें भी भारी विरोध का सामना करना पड़ा। आखिरकार विधायक मुकेश कुमार यादव ने वहां से निकलने में ही अपनी भलाई समझी।

