जम्मू-कश्मीर के तीन होनहार छात्रों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑल इंडिया ट्रेनी टेस्ट 2025 में शानदार प्रदर्शन के लिए अक्टूबर में इन छात्रों को सम्मानित किया। ये छात्र हैं – सिमरन मेहराज, साकिब हामिद,सरकारी आईटीआई श्रीनगर और नाजिया सैयद गोजार लोलाई, सरकारी आईटीआई बेमिना। यह सम्मान नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह के दौरान प्रदान किया गया, जो कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के तहत आईटीआई के टॉप परफॉर्मर्स को मान्यता देने का चौथा संस्करण था।
इस समारोह में पूरे देश से 46 टॉपर्स को प्रधानमंत्री द्वारा सम्मानित किया गया, जिसमें जम्मू-कश्मीर के ये तीन छात्र विशेष रूप से चमके। सिमरन मेहराज और साकिब हामिद, जो दोनों सरकारी आईटीआई श्रीनगर से हैं, ने अपने ट्रेड में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर सभी को प्रभावित किया। वहीं, नाजिया सैयद गोजार लोलाई ने सरकारी आईटीआई बेमिना से सिविल ड्राफ्ट्समैन कोर्स में प्रथम स्थान हासिल किया।

नाजिया ने अपनी सफलता के राज को साझा करते हुए कहा, “दसवीं कक्षा पूरी करने के बाद 2023 में मुझे सरकारी आईटीआई बेमिना में चयनित किया गया, जहां मैंने दो वर्षीय सिविल ड्राफ्ट्समैन कोर्स पूरा किया। मैंने एआईटीटी 2025 में प्रथम स्थान प्राप्त किया।आईटीआई के दो वर्षों में मैंने अपनी पढ़ाई के प्रति पूर्ण समर्पण दिखाया।” उन्होंने आगे बताया कि सिविल ड्राफ्ट्समैन का काम सिविल इंजीनियरों और आर्किटेक्ट्स द्वारा प्रदान किए गए स्केच और डेटा के आधार पर भवनों, सड़कों और बांधों जैसे निर्माण एवं इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के लिए तकनीकी ड्राइंग, ब्लूप्रिंट और प्लान तैयार करना होता है। यह कोर्स सिविल इंजीनियरिंग का आधारभूत पाठ्यक्रम है, जो छात्रों को क्षेत्र की आवश्यक जानकारी प्रदान करता है।
वर्तमान में नाजिया कश्मीर गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज श्रीनगर में सिविल इंजीनियरिंग में डिप्लोमा कर रही हैं। आईटीआई बेमिना से कोर्स पूरा करने के बाद उन्हें कॉलेज के तीसरे सेमेस्टर में सीधा प्रवेश मिला। सिमरन और साकिब के बारे में उपलब्ध जानकारी के अनुसार, उन्होंने भी अपने-अपने ट्रेड्स में राष्ट्रीय स्तर पर शीर्ष स्थान हासिल किए, जो जम्मू-कश्मीर के युवाओं की क्षमता को दर्शाता है।
यह उपलब्धि न केवल इन छात्रों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि पूरे जम्मू-कश्मीर के लिए एक प्रेरणा स्रोत है। कौशल विकास कार्यक्रमों के तहत आईटीआई संस्थानों की भूमिका बढ़ रही है, और ऐसे आयोजन युवाओं को व्यावसायिक कौशल विकसित करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने समारोह में कहा कि “कौशल ही भारत का भविष्य है” और इन टॉपर्स को बधाई देते हुए देश के विकास में उनकी भूमिका पर जोर दिया।
जम्मू-कश्मीर के शिक्षा विभाग ने इन छात्रों को बधाई दी है और राज्य स्तर पर भी उनका स्वागत करने की योजना बना रहा है। यह घटना दर्शाती है कि संघर्षपूर्ण क्षेत्र से निकलकर भी युवा राष्ट्रीय पटल पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
~क़ौमी फरमान डिजिटल मीडिया नेटवर्क

